काले - काले बाल तेरे गाल लाल - लाल re
सेक्सी कमरिया तोरी, जोबना उछाल Re
बूढ़े और जवान सब, कहें माल - माल re
आजा मेरे पास आजा डाल दूं गुलाल re
पिछली बार होली में हुआ था बवाल re
जानते हैं सब, कैसे कुआं हुआ ताल re
अपनी जवानी का जलवा दिखाओ न
कंधे का अपने दुपट्टा संभाल re
होली में सबसे तू रंग क्यों लगवाती हो
जोबन से तू क्यूं दुपट्टा हटाती हो
तुम बारिश का पानी हो, सब बरसती हो
फिर भी अवनीश को क्यूं न भिगाती हो
मैं जब भी कहता हूं पास मेरे आओ
पास मेरे आके तू भाग क्यूं जाती हो
और फिर कहती हो
अंग से अंग लगाना सजन हमें ऐसे रंग लगाना
तुझसे ही शादी रचाना, चाहे पड़े भाग के जाना
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें