अटल रहे ये अटल हमारा , दुश्मन सारे नंगा हों
जनगण मन अधिनायक जय और विजयी विश्व तिरंगा हो
सदियों - सदियों तक याद रहेंगे
जन - जन की पहचान रहेगें
अब नहीं रहे तो सब सूना है
रो - रोकर सब लोग कहेंगे
वो ही थे विश्वास हमारे , अब कौन हमारे संगा हो
अटल रहे ये अटल हमारा , दुश्मन सारे नंगा हों
ये क्षति नहीं , बस राजनीति की
वे भारत माँ के भक्ता थे
वे पत्रकार एवं कविवर थे
वे एक कुशल वक्ता भी थे
अवनीश कहे कि अटल - अटल हृदय हमारा रंगा हो
अटल रहे ये अटल हमारा , दुश्मन सारे नंगा हों