कोई जुल्फों से दिल को लुभाती है
कोई आँखों से गोली चलाती है
बराबर खर्च चलता रहे
इसलिए लड़कियाँ लड़कों को फंसाती हैं
हम तो कुत्ता हुए इनके प्यार में
इक चुम्मा था माँगा उधार में
वो धीरे से मेरे पास आयी
और और क्या इक चाँटा लगा दिया गाल में
दिल लगायें तो साला टूट जाता है
शरीर बेचारा लूट जाता है
बड़ा टेन्शन है इश्क में यारों
फंसे तो आशिक बेचारा कूट जाता है
पता नहीं क्यों लोग इश्क में पड़े रहते हैं
दिल टूटता है तो मयखाने में पड़े रहते हैं
अवनीश तो दिलवाले हैं यारों
चप्पल खाने के बाद भी खड़े रहते हैं