इक कहानी थी (शायरी) Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 6:30 am with No comments मैं तेरा राजा था , तु मेरी रानी थी | हम दोनों की इक कहानी थी जब इश्क की गलियों में मारा मुझे तूने थप्पड़ , न मैं तेरा राजा था , न तु मेरी रानी थी || वो तो स्वप्न की इक कहानी थी ||| इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! X पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करें Categories: "दर्दीला इश्क" पुस्तक
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