Ghazal - मरीज़ - ए - इश्क़ हूं - अवनीश कुमार मिश्रा 'मोहब्बत' । Mareez - E - Ishq Hun । Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 7:30 pm with No comments मरीज़ - ए - इश्क़ हूं, ठीक हो जाऊं दुआ दोहकीम आप हो, मन करे दवा दो या गला दबा दो इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! Twitter पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करें Categories: दर्दीली शायरी, बेवफाई गजल, भोजपुरी गाना, Avaneesh Ki Ghazal, Avaneesh Ki Shayari, Sad Shayari
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