तेरी मोहब्बत भी क्या मोहब्बत थी । ग़ज़ल । अवनीश कुमार मिश्रा 'मोहब्बत' । Avaneesh Ki Ghazal Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 3:56 am with No comments तेरी मोहब्बत भी क्या मोहब्बत थीतू जिंदगी में आई और मैं तबाह हो गया इक दौर था जब मैं बहुत शरीफ़ हुआ करता था, बहुत शरीफ़हसीना - ए - जहीन से मोहब्बत हुई और बदनाम हो गया इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! X पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करें Categories: बेवफाई गजल, Avaneesh Ki Ghazal, Avaneesh Ki Shayari
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