फिर से दिसंबर लौट आया (ग़ज़ल) । अवनीश कुमार मिश्रा 'मोहब्बत' । Avaneesh Ki Ghazal, Shayari Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 5:29 pm with No comments मेरा भिजवाया वो अम्बर लौट आयातू ना आई, फिर से दिसंबर लौट आयामैंने फूल फेंककर मारा उसके दिल परपत्थर दिल थी वो, टकराकर लौट आया अवनीश कुमार मिश्रा 'मोहब्बत'Full Comming Soon - इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! Twitter पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करें Categories: बेवफाई गजल, Avaneesh Ki Ghazal, Avaneesh Ki Shayari
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