शनिवार, 15 दिसंबर 2018

उगे , आपके जो सर पे न बाल हो , मेरे प्यारे दोस्तों , मुबारक नया साल हो (नये साल पर शायरी) - अवनीश कुमार मिश्रा (लेखक , कवि)

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 6:21 am with No comments

उगे , आपके जो सर पे न बाल हो
मेरे प्यारे दोस्तों , मुबारक नया साल हो

पत्नी तेरी सुन्दर हो , रेशम जैसे बाल हों
रस भरे ओंठ हो और नरम - नरम गाल हो

दुआ करूँ मैं , जो पटे तुझे माल हों
अपना निकाले काम , जी का जंजाल हो

लम्बी - चौड़ी उम्र रहे , जीवन खुशहाल हो
अवनीश की ओर से आपको , मुबारक नया साल हो

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