Yun Jahil Na Kaho Sabhi Musalmano Ko | Best Shayari, Ghazal | Avaneesh Kumar Mishra Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 1:02 am with No comments यूं जाहिल ना कहो सभी मुसलमानों को यार सब एक जैसे नहीं होते हैं इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! Twitter पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करें
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