रविवार, 4 मार्च 2018

क्या पता था इश्क में ठोकरें खायेंगे(गजल)

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 7:47 am with No comments

क्या पता था इश्क में ठोकरें खायेंगे
इस तरह से मोहब्बत की सजा पायेंगे - 2

वो तो चली गयी हमें छोड़कर ,||
दो शब्द प्यार के तरस जायेंगे ||

क्या पता था इश्क में ठोकरें खायेंगे
इस तरह से मोहब्बत की सजा पायेंगे -2

मतलबों की दुनिया है पता चल गया ,||
चार दिन में सब जन गुजर जायेंगे ||

क्या पता था इश्क में ठोकरें खायेंगे
इस तरह से मोहब्बत की सजा पायेंगे -2

वो सुहाने जमाने गुजर ही गयें ,||
फूल राहों में मेरे न खिल पायेंगे ||

क्या पता था इश्क में ठोकरें खायेंगे
इस तरह से मोहब्बत की सजा पायेंगे -2

अवनीश कोशिश करे की भुुलाये उसे ,||
याद में उसके आँसू निकल जायेंगे ||

क्या पता था इश्क में ठोकरें खायेंगे
इस तरह से मोहब्बत की सजा पायेंगे -2

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