रविवार, 28 अगस्त 2016

बेवफा ये तूने क्या किया(शायरी)

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 7:14 am with No comments
बेदर्द था मैं ,
उसने दर्द दे दिया
जब तक दर्द सह सका ,
तब तक सह लिया |
इक दिन जब दर्द ने ,
मारा तेज ठोकर
मुख से यकायक निकल पड़ा ,
बेवफा ये तूने क्या किया ||
              

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