रविवार, 28 अगस्त 2016

बेवफा ये तूने क्या किया(शायरी)

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 7:14 am with No comments
बेदर्द था मैं , var uid = '154756'; var wid = '330588'; उसने दर्द दे दिया जब तक दर्द सह सका , तब तक सह लिया | इक दिन जब दर्द ने , मारा तेज ठोकर var uid = '154756'; var wid = '330588'; मुख से यकायक निकल पड़ा , बेवफा ये तूने क्या किया ||              &nbs...

भरी जवानी में तड़पता रहा मैं(शायरी)"दर्दीला इश्क"पुस्तक

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 7:09 am with No comments
var uid = '154756'; var wid = '330588'; तेरे प्यार में मरता रहा मैं , तेरे इश्क के लिए भटकता रहा मैं | तूने मेरे प्यार पर मार दिया ठोकर , भरी जवानी में तड़पता रहा मैं || हम अपने पाठकों के सुविधा के लिए अपनी रचनाओं का व्याख्या(अर्थ) भी प्रस्तुत कर रहे हैं , जरूर पढ़ें | इस पंक्ति में शायर नायक के विरह का वर्णन करते हुए var uid = '154756'; var wid = '330588'; कह रहे हैं कि नायक अपने...

अवारा हो गया (शायरी)

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 7:04 am with No comments
var uid = '154756'; var wid = '330588'; तेरी यादों के बिस्तर पर मैं , सो गया , तेरी बिस्तर के खुशबू में , मैं खो गया | मगर तुमने मुझसे घृणा की इस कदर , var uid = '154756'; var wid = '330588'; मैं तेरी बेवफाई में अवारा हो गया ||       &nbs...