उसको इक पल ना देखूं तो उड़ा - उड़ा सा रहता हूं
ख़्वाब भी देखूं उसका तो उड़ा - उड़ा सा रहता हूं
उसकी यादें मेरे दिल पर , इस क़दर छा जाती है
मैं ज़मीं पे बैठा रहता हूं , पर उड़ा - उड़ा सा रहता हूं
मैं उस राह पर बैठा रहता हूं , जिस राह से वो जाती है
जिस रोज़ नहीं वो जाती है , मैं उड़ा - उड़ा सा रहता हूं
उसकी भोली सूरत मुझको , रात - रात तड़पाती है
दिल, दिल को समझाता है , पर उड़ा - उड़ा...
मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020
सोमवार, 10 फ़रवरी 2020
मेरी वाली की परीक्षा है | New Gazal , Shayari | Sad Shayari By Avaneesh Kumar Mishra
Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 7:49 am with No comments
इश्क से बढ़कर उसके लिए शिक्षा है
प्यार करे या ना करे ये उसकी इच्छा है
मोहब्बत की बात की तो डाट दी
यार मेरी वाली की परीक्षा है
"अवनीश" भी पढ़ते हैं , मेरी जान - ए - जाँ
ये मत समझो की मुझमें अशिक्षा है
मैं तेरे दर पर भिखारी बनके आया हूं "***"
एक नज़र देख लो , ये भी भिक्षा ...
रविवार, 9 फ़रवरी 2020
Hindi , Urdu Ghazal - Shayari । ज़िन्दगी बहुत लम्बी है , हमें ज़हर नहीं खाना है । Avaneesh Kumar Mishra
Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 12:51 am with No comments
मुझे अभी बहुत दूर तक जाना है
मैं हूं क्या ये सारी दुनिया को दिखाना है
इन दर्दों की औकात नहीं जो मेरे हौसले डिगा दे
ज़िन्दगी बहुत लम्बी है , हमें ज़हर नहीं खाना है
इतना कहा फिर भी नहीं समझा
अब हमें उनको कुछ नहीं समझाना है
बहुत सजाए ख़्वाब उनके साथ रहने का
अब हमें अपनी अर्थी नहीं सजाना है
हमने ही हर बार उनसे प्यार जताया
अब हमें उनसे प्यार नहीं जताना है
अवनीश कितना प्यार करते हैं , अगर उन्हें...
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