मंगलवार, 10 सितंबर 2019

New Sad Shayari "Na Radha Aur Shayam Hain" By Avaneesh Kumar Mishra (Writer , Poet)

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 3:53 am with No comments
काहे की खुशी जब हमारी जिंदगी ही गुमनाम है , कुछ ऐसे जी रहा हूँ , जैसे राधा बिन श्याम हैं | न हम प्रेम की गलियों में बदनाम हैं न राधा और श्याम हैं , हम तो इक सताये हुए हैं , हमारा तो प्यार भी गुमनाम है | पता नहीं वो डरती थी या मैं डरता था वो प्यार करती थी या नहीं, पर अवनीश प्यार करता था ...