गुरुवार, 16 अगस्त 2018

अटल रहे ये अटल हमारा , दुश्मन सारे नंगा हों (कविता) अटल जी को श्रद्धांजलि के स्वरूप उनको समर्पित Avaneesh Kumar mishra

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 9:41 am with No comments
अटल रहे ये अटल हमारा , दुश्मन सारे नंगा हों जनगण मन अधिनायक जय और विजयी विश्व तिरंगा हो सदियों - सदियों तक याद रहेंगे जन - जन की पहचान रहेगें अब नहीं रहे तो सब सूना है रो - रोकर सब लोग कहेंगे वो ही थे विश्वास हमारे , अब कौन हमारे संगा हो अटल रहे ये अटल हमारा , दुश्मन सारे नंगा हों ये क्षति नहीं , बस राजनीति की वे भारत माँ के भक्ता थे वे पत्रकार एवं कविवर थे वे एक कुशल वक्ता भी थे अवनीश कहे...