शनिवार, 24 फ़रवरी 2018

तेरे इश्क का वो सनम आया है (गजल)

Posted by अवनीश कुमार मिश्रा on 6:29 pm with No comments
तेरे इश्क का वो सनम आया है देखते देखते दिन गुजर आया है -2 जिन्दगी की ये मोती बिखरनी न थी ,|| चोट ऐसी लगी कि बिखर आया है || तेरे इश्क का वो सनम आया है देखते देखते दिन गुजर आया है -2 आग इतना लगाके बदन में मेरे ,|| किसी और पर दिल तेरा आया है || तेरे इश्क का वो सनम आया है देखते देखते दिन गुजर आया है -2 अपनी तिरछी नजरिया से घायल किया || दिल मेरा ये तभी से सिहर आया है || तेरे इश्क का वो सनम आया है देखते...