हम हमारे देश की ऐसी पीढ़ी हैं
जो कुछ भी कर जाऐगी
अपने देश के लिए
चाहे तुम जितना जतन लगाओ
चाहे जितना गोली बरसाओ
हम तो पीछे नहीं हटेंगें
हाँ नहीं हटेंगें
सबसे डटेंगें
कुछ परिश्रम कर लो तुम
कुछ और दूध को पी लो तुम
हम नहीं हटेंगे तेरे जैसे कायर से
हम नहीं हटेंगे तेरे बन्दूक के फायर से
अरे तू क्या जाने दशभक्ति क्या होती है
तेरे तो रग - रग में कमीना पन है
हमारे यहाँ किताबों में बीतता बचपन है
तुम्हारें यहाँ बारूदों में कटता बचपन है
हम सब धर्मों को समझाते हैं
तुम सबको भड़काते हो
हम प्रेम की गाथा गाते हैं
तुम नफरत की बीजें बोते हो
हम घर में चैन से सोते हैं
तुम छुप - छुप रात बिताते हो
मेरी अमर कहानी है
और तेरी गर्द जिन्दगानी है
हम तुमको सबक सिखाकर घी के दिये जलायेंगें
तेरे ही फौजो के सामने तेरी औकात दिखायेंगें
और हम अपने भारत को सर्वश्रेष्ठ बनायेंगें
मंगलवार, 26 सितंबर 2017
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